Friday, 14 November 2014

पिछड़े गांव को क्यों नहीं लिया गया गोद

epaper annithisweek.in
पिछड़े गांव को क्यों नहीं लिया गया गोद
मनाली तो पहले ही है विश्व मानचित्र पर
shivraj sharma 
कुल्लू। मनाली गांव को आदर्श गांव बनाने के लिए शुक्रवार को सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इसका उद्घाटन किया, लेकिन इस गांव को गोद लेने के मामले में भाजपा अपने आप कटघरे में खड़ी हो गई है। हर ओर यही सवाल उठ रहा है कि विश्व मानचित्र में पर्यटन की दृष्टि से अपनी जगह बना चुके मनाली गांव में भाजपा ऐसा कर कर देगी, जिसके लिए मनाली को गोद लिया गया है। जबकि, कुल्लू रामपुर, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में कई ऐसे गांव हैं जहां अभी तक बिजली और सड़क सुविधा तक नहीं है। सांसद ने उन गांवों को गोद क्यों नहीं लिया? ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या आदर्श गांव के निर्माण पर भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है? यहां पार्टी के आला नेताओं को खुश करने के लिए ऐसे गांव गोद लिए जा रहे हैं, जो पहले से ही विकसित हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो कुल्लू जिला के शॉक्टी, मरौड़, मलाणा, श्री कोट, रामपुर का काशापाट और 12/20 क्षेत्र, लहौल-स्पीति के कई गांव, किन्नौर जिला के गांवों समेत और काजा में जहां लोगों को कई माह तक पानी और बिजली की सुविधाओं से महरूम रहना पड़ता है, ऐसे गांव को गोद क्यों नहीं लिए? मनाली का चयन भाजपा को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बुद्धि सिंह ने कहा कि मनानी पहले ही विश्व मानचित्र पर जगह बना चुका है। मनाली में लोगों और सैलानियों के लिए हर प्रकार की सुविधा है। ऐसे में इस गांव को गोद लेना लोगों के साथ धोखा है।
सांसद राम स्वरूप का कहना है कि मनाली गांव को गोद लेने से इस गांव को विश्व में अलग पहचान मिलेगी। गांव में जिस भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है उन्हें जल्द दूर किया जाएगा।
जिले के कई गांवों में अभी तक नहीं बिजली-सड़क

No comments:

Post a Comment