Tuesday, 15 April 2014

मंदिर शमशर में सात साल बाद महायज्ञ



शमशर में भक्तों ने डाली आहुति

आनी — आनी मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर ऐतिहासिक महादेव मंदिर शमशर में सात साल बाद महायज्ञ एवं शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने आहुति डाली। सोमवार को महायज्ञ के लिए ध्वजारोहण एवं जलयात्रा देवपूजन एवं ध्वजपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया,  जिसमें एसडीएम नीरज गुप्ता एवं देवता पुरोहितों कारदारों आदि देवलुओं ने भाग लिया। देवता शमशरी महादेव मंदिर से गांव के साथ देवता बावड़ी से सुहागिन महिलाओं ने जल लाया। जलयात्रा एक भव्य शोभायात्रा के रूप में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। जलयात्रा पूरी होने के बाद मंदिर परिसर में महायज्ञ आयेजन हेतु ध्वजपूजन किया गया और देवता ध्वज विधिपूर्वक को स्थापित किया गया। सोमवार को संग्रांद के दिन आसपास के क्षेत्रों के लेग देवता आशीर्वाद लेने पहुंचे। पूरे दिन मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। एसडीएम नीरज गुप्ता ने ध्वजारोहण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश शिव भगवान की तपोस्थली है। प्रदेश के हर गांव, हर क्षेत्र में देवी-देवताओं के मंदिर हैं, जिनके प्रति आस्था से जीवन चलता है। देवभूमि आनी का महादेव मंदिर शमशर भी शिवस्थली के रूप में विख्यात है। इस महाआयोजन में सभी लोग अपनी भागेदारी देकर इस देवकार्य को पूरा करते हैं। उन्होंने इस धार्मिक आयेजन के सभी सदस्यों को बधाई दी। इस अवसर पर मंदिर में पूरे दिन भजन किरतन का दौर चलता रहा। इस अवसर पर एसडीएम आनी नीरज गुप्ता, डीएसपी सुनील नेगी, कारदार संतोष ठाकुर, प्रधान कर्म चंद ठाकुर, सचिव मस्तराम ठाकुर, आत्माराम ठाकुर, पुरोहित दीवान चंद, तेखू राम आदि सदस्य उपस्थित थे। महायज्ञ का ध्वजारोहण कार्यक्रम पूरा किया गया और शिवमहापुराण कथा मई माह के अंत में होगी।

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