Wednesday, 5 March 2014

सोभा सिंह का आशियाना बना अंदरेटा

सोभा सिंह का आशियाना बना अंदरेटा

चित्रकार रिचर्ड व  सोभा सिंह को अंदरेटा ने इतना आकर्षित किया कि उन्होंने इसे अपना घर बना लिया। अंदरेटा को विश्व मानचित्र पर पहचान दिलाने में इन दोनों महान कलाकारों का योगदान रहा…
अंदरेटा
पालमपुर से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थान ने विख्यात चित्रकार रिचर्ड व श्री सोभा सिंह को इतना आकर्षित किया कि उन्होंने  अंदरेटा को अपना घर बना लिया।
अंदरेटा को विश्व मानचित्र पर पहचान दिलाने में इन दोनों महान कलाकारों का योगदान रहा। मशहूर नाटककार नोरा रिचर्ड 1911 में अपने पति के साथ भारत आई थीं। परंतु अपने पति की मृत्यु के बाद इंग्लैड लौट गइर्ं फिर 1935 में वह यहां आई और मृत्यु पर्यन्त अंदरेटा में ही नाट्य कला को प्रोत्साहित करती रहीं।
बारालाचा दर्रा
16200 फीट की ऊंचाई पर पांच किलोमीटर लंबा बारालाचा पास मुख्य हिमालय को केंद्रीय  हिमालय शृंखला से जोड़ता है। इस दर्रे पर जास्कर लद्दाख  स्पीति और लाहुल से आने वाली सड़कें मिलती हैं।
बच्छरेटू फोर्ट
बिलासपुर के राजा रतन चंद ने घुमारवीं से 34 किलोमीटर की दूरी पर बच्छरेटू स्थान पर किला बनाया था। इस किले से गोबिंद सागर का उद्गम स्थान है। यह रोहतांग दर्रे में स्थित है।
व्यास कुंड
4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित व्यास कुंड व्यास नदी का उद्गम स्थान है। यह रोहंताग दर्रे में स्थित है।

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