Thursday, 8 May 2014

कुल्लू — झीड़ी बस हादसे की पहली बरसी

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chaman sharma

साल बीता, पर जांच का पता नहीं

कुल्लू — झीड़ी बस हादसे की पहली बरसी पर कुल्लू और मंडी प्रशासन मृतकों को श्रद्धांजलि देना भूल गया। गुरुवार को आज ही के दिन कुल्लू जिला की सीमा पर स्थित झीड़ी में निजी बस अनियंत्रित होकर उफनती ब्यास में समा गई, जिससे 45 लोग काल के ग्रास बन गए। आनी के रहने वाले एक पूरे परिवार को यह हादसा लील गया। वहीं ‘दिव्य हिमाचल’ के कुल्लू में तैनात प्रसार विभाग के प्रतिनिधि बंसीलाल की भी मौत हो गई। जानलेवा हादसे को गुजरे पूरा साल बीत गया बावजूद इसके जांच बेहद धीमी चल रही है, जिससे मृतकों के परिजन आहत हैं।  गुरुवार को हादसे की पहली बरसी पर कुल्लू और मंडी प्रशासन के किसी अधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृतकों को श्रद्धांजलि देने तक की जहमत भी नहीं उठाई। इस मामले में प्रशासन की संवेदनहीनता शुरू से ही चर्चा में रही है। दुर्घटना के समय भी मंडी और कुल्लू प्रशासन सीमाओं में उलझे रहे, जिसके चलते राहत एवं बचाव कार्य बुरी तरह से प्रभावित होने से जन धन की बड़ी हानि को नहीं टाला जा सका था। इस बीच गुरुवार को परिजनों ने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर वहां दुर्गा मंदिर में सामूहिक प्रार्थना करते हुए जन्नतनशीं लोगों को कृतज्ञता से याद किया है। परिजन अपने आंसुओं को न रोक पाए और बिलख-बिलखकर रोने लगे।  उधर, ‘दिव्य हिमाचल’ परिवार ने अपने बिछड़े सहयोगी जन्नतनशीं बंसीलाल के साथ ही हादसे में जान गंवाने वाले सभी 45 लोगों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। ‘दिव्य हिमाचल’ के कुल्लू ब्यूरो कार्यालय में कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं। वहीं हादसे में जान गंवाने वाले नगवाईं क्षेत्र के लोगों के परिजनों ने मामले की पुलिस जांच में तेजी लाए जाने की सरकार और प्रशासन से मांग की है। अब तक की जांच प्रगति से परिजन संतुष्ट नहीं हैं।

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