Friday, 9 May 2014

आनी मेले में ‘हवा हवाई’

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आनी मेले में ‘हवा हवाई’

आनी — जिला स्तरीय आनी मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय एवं हिमाचली कलाकारों ने रंग जमाया। संध्या का शुभारंभ स्थानीय गायक के स्टोन ने पहाड़ी गीत से किया। सतीश कुमार विकी ने मईया हमारी बुढ़ी नागीने तेरी जय जय कारा,आनी रे लागा मेला तू मिलना केरे आदि गीत गाए। करसोग के गायक नरेश भारद्वाज ने यार नी मिलना दिलदार नी मिलना,शेला लागा दे कामलां,बबली प्यारीये,तेरा मेर प्यार अडिए बचपना रा,बैठ मेरे साथ लाडीये खाना खई लेना एक थालीये,चल रामुपर चल मेरी सजनी लवी रा मेला देखना,आदि गीतों से दर्शकों का मनोरंजन किया। हिमाचली लोक गायक एक और तांत्रा टीएमजी से मशूहर गायक वीर नेगी ने लागा लागा तांत्रा लागा,धूम धड़ाका हाए रे लोगूओ हमारे देशा रा बाना,हाए इंदिर लाडीये तेरी टोरे,मा मेरी ए सुरखीये बुझ गिहुं रा मोडा रे,टके रा वेचना वासला ढबे रा बेचना जीरा,तांत्रा के दूसरे गायक संतोष कुमार ने रिंगडी आऔं रे कोठी रा बढारी,उवी किन्नौरे कुण जांदी, हे वाता के कहां रहीये,उछटी टीर दी भाई री सालीये रिम झिम लागी वरखा,जाचा लागा फागा री,तांत्रा रोक्स के बाद हिमाचली गायिका गीता भारद्वाज ने स्टेज संभाला। गीता ने फिल्मी गीतों से रंग जमाया में खाबो की शहजादी,में हर दिल पर छाई, बिजली गिराने में हूं आई कहते हैं मुझको हवा हवाई, बेबी डॉल में सोने दी, हाय चिकने मुझ पर फिसल गए कितनो के दम निकल गए हाय तौबा क्या होगा जो होगा सो होगा सब मुझसे पूछते है कौन देश से आई नाम जलेबी बाई,पल पल न माने टिंकू जिया,इश्क दी गली बिच नो एंट्री से धमाल मचाया। इसके अलावा गीता भारद्वाज ने हिमाचली गीतों में इक आधीया मगांई जा मेरा पीने का जीऊ करदा बुरा नी मानना मेरी बाता रा ताके सौगंध लाग मेरी सांसो रा,रोहड़ू जाना हो, आगे आगे ता चाली डोलमा सिवता,लुहरी ढाके लागी नोंई मशीना आदि गीत गाकर पंडाल को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में 25 सालों से आनी मेले के भव्य आयोजन में कमेटी के वरिष्ठ अध्यक्षों एवं सदस्यों को सम्मानित किया गया, जिसमें विनोद चंदेल,वरिष्ठ प्रधान नारायण सिंह गुप्ता, व्यापार मंडल के वीरेंद्र मल्होत्रा, सचिव ज्ञान चंद शर्मा, प्रधान परस राम, उत्तम ठाकुर, संजय शर्मा, ओंकार चंद शाह, युवराज ठाकुर, हितेश कायथ व अशोक अवस्थी शामिल हैं।

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