Saturday, 22 February 2014

SHWETA THAKUR

ROSHAN  SHIMLA

वर्दी का श्वेत पक्ष हैं ‘श्वेता’

शिमला जिला के जुब्बल क्षेत्र की रहने वाली श्वेता ठाकुर महिलाओं और युवतियों के लिए किसी प्ररेणा स्रोत से कम नहीं हैं। सोलन जिला मुख्यालय में  पुलिस उप-अधीक्षक के पद पर तैनात श्वेता ठाकुर ने छोटी सी आयु में ही बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है। डीएसपी श्वेताठाकुर ऐसी तमाम महिलाओं की हरसंभव सहायता कर रही हंै, जो घरेलू  हिंसा व यौन शोषण का शिकार हंै। श्वेता ठाकुर ने बचपन से ही यह बात ठान ली थी कि वह बड़ी होकर ऐसे पद पर तैनात होंगी, जिससे उनके माता-पिता का सीना गर्व से ऊंचा हो जाए। आज उन्हें यह जानकर प्रसन्नता होती है कि उनके माता-पिता की पहचान उनके नाम से है। श्वेता के पिता भूपेंद्र सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हंै, जबकि माता रामेश्वरी ठाकुर घरेलू महिला हंै।  श्वेता ने उच्च शिक्षा चंडीगढ़ कन्या महाविद्यालय से प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने छह वर्षों तक दिल्ली में कड़ी मेहनत करने के बाद आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की। इससे पहले भी वह कई बार आईएएस की परीक्षा दे चुकी थीं, लेकिन जब मन में इरादे पक्के हों तो कोई भी कार्य मुश्किल नहीं होता है, इस बात को श्वेता ने सार्थक करके दिखाया है। आखिर श्वेता की मेहनत रंग लाई और उनका चयन आईएएस की परीक्षा में हुआ। इसके बाद उन्हें  हिमाचल प्रशासनिक सेवाओं के माध्यम से डीएसपी का पद मिला। डीएसपी बनने के बाद उन्होंने ठान लिय कि वह महिलाओं  के आत्मबल को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगीे। श्वेता ठाकुर का कहना है कि उनके पास महिला उत्पीड़न के मामले आए दिन आते हंै। इन महिलाओं का आत्मबल बढ़ाने के लिए वह उन्हें समझाने का हरसंभव प्रयास करती हैं तथा कानूनी रूप से भी उन्हें जानकारी देती हंै। यदि कोई महिला घरेलू हिंसा का शिकार है तो उसे डटकर इसका सामना करना चाहिए। कानूनी रूप से इस प्रकार की महिलाओं को हरसंभव सहायता मिलती है। श्वेता का कहना है कि वह इस प्रकार की महिलाओं को कानून के बारे में हमेशा जागरूक  करती रहती हैं, ताकि वह घरेलू हिंंसा व यौन शोषण से अपनी रक्षा कर सकें।

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